बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy ) Part – 3 – पिछली परीक्षाओं में पूंछे गये महत्वपूर्ण Question and Answer

Child Development and Pedagogy

  • पियाजे के संज्ञानात्‍मक विकास सिद्धान्‍त के अनुसार संवेदी क्रियात्‍मक अवस्‍था होती है – जन्‍म से 2 वर्ष
  • सामाजिक अधिगम आरंभ होता है – सम्‍पर्क से
  • पॉवलाव के शास्‍त्रीय अनुबंधन में – पहले ध्‍वनि, तत्‍पश्‍चात् भोजन प्रस्‍तुत किया गया।
  • बच्‍चों के संज्ञानात्‍मक विकास को सबसे अच्‍छे तरीके से कहाँ परिभाषित किया जा सकता है – विद्यालय एवं कक्षा में
  • सीखने का वह सिद्धान्‍त जो पूर्ण रूप से और केवल अवलोकनीय व्‍यवहार पर आधारित है, सीखने के …………. सिद्धान्‍त से सम्‍बद्ध है – व्‍यवहारवादी
  • बालक की सोच अमूर्तता (Abstractions) की अपेक्षा मूर्त (Concrete) से होता है, यह अवस्‍था है – 7 से 12 वर्ष
  • निम्‍नलिखित में से कौन पियाजे के अनुसार बौद्धिक का निर्धारक तत्‍व नहीं है – सामाजिक, संचरण
  • अधिगम के निम्‍न सिद्धान्‍तों में से किसमें प्रतिक्रिया होने पर पुनर्बलन देने का सुझाव दिया गया है – क्रिया-प्रसूत सिद्धान्‍त
  • क्रिया-प्रसूत अनुबंधन के सिद्धान्‍त का शिक्षकों के लिए निम्‍नलिखित में से निहितार्थ है – उचित व्‍यवहार का पुनर्बलन किया जाए
  • सक्रिय-अनुक्रिया अनुबंधन सिद्धान्‍त के अन्‍तर्गत अधिगम सम्‍बन्‍ध है – अनुक्रिया-उद्दीपक
  • अभिक्रमित अधिगम सामग्री में वैयक्तिक विभिन्‍नताओं का ध्‍यान रखा जाता है, इसकी पुष्टि इस बात से होती है कि – विद्यार्थी अपनी गति से सीख सकते हैं।
  • अधिगम का व्‍यावहारिक सिद्धान्‍त निम्‍नलिखित है – सम्‍बद्ध प्रतिक्रिया का सिद्धान्‍त, स्किनर का क्रिया प्रसूत अधिगम का सिद्धान्‍त, प्रबलन सिद्धान्‍त
  • सुल्‍तान नामक चिम्‍पैंजी पर परीक्षण करने वाले वैज्ञानिक हैं – कोहलर
  • समग्रता के सिद्धान्‍त (Gastalt Theory) के प्रवर्तक हैं – वर्दीमर व अन्‍य
  • पॉवलाव के अनुबंधन प्रयोग में भोजन के पूर्व उपस्थित ध्‍वनि को क्‍या कहते हैं – अनुबंधित उद्दीपक
  • पॉवलाव के प्रयोग में भोजन को अनुबंधन की भाषा में क्‍या कहा है – अनानुबंधित उद्दीपक
  • पठन संबंधी विकास किससे संबंधित है – डिस्‍लेक्सिया
  • एक कॉलेज जाने वाली लड़की ने फर्श पर कोर्ट फैंकने की आदत डाल ली है, लड़की की माँने उससे कहा कि कमरे से बाहर जाओ और कोर्ट को खूँटी पर टाँगों लड़की अगली बार घर में प्रवेश करती है, कोर्ट को हाथ पर रखकर अलमारी की तरु जा कर कोर्ट को खूँटी पर टाँग देती है, यह उदाहरण है – श्रृंखलागत अधिगम
  • निम्‍न में से कौन सा उदाहरण अधिगम को प्रदर्शित करता है – हाथ जोड़कर अध्‍यापक का अभिवादन करना।
  • सकारात्‍मक दण्‍ड का निम्‍नलिखित में से कौन सा उदाहरण है – मित्रों के द्वारा उपहास
  • पियाजे के अनुसार, विकास की पहली अवस्‍था (जन्‍म से 2 वर्ष की आयु) के दौरान बच्‍चा …………. सबसे बेहतर सीखता है – इन्द्रियों द्वारा
  • बच्‍चे दुनिया के बारे में अपनी समझ का सृजन करते हैं, इसका श्रेय ……….. को जाता है – पियाजे
  • ‘नवीन ज्ञान तथा नवीन प्रतिक्रियाओं का अर्जन करने की प्रक्रिया अधिगम प्रक्रिया है’ यह कथन है – बुडवर्थ का
  • अनुबंधन स्‍थापित होने के बाद यदि बार-बार मात्र अनुबंधित उद्दीपक ही उपस्थित किए जाने पर अन्‍ततोगत्‍वा अनुबंधित अनुक्रिया का बन्‍द हो जाना, कहलाता है – विलोप
  • पियाजे के अनुसार संज्ञानात्‍मक बाल विकास की कितनी अवस्‍थाएँ हैं – 5 अवस्‍थाएँ
  • पियाजे के अनुसार बच्‍चा अमूर्त स्‍तर पर चिंतन बौद्धिक क्रियाएँ और समस्‍या समाधान किस अवस्‍था में करने लगता है – औपचारिक संक्रियात्‍मक अवस्‍था (11-16 वर्ष)
  • वह अवस्‍था जब बच्‍चा तार्किक रूप से वस्‍तुओं व घटनाओं के विषयों में चिंतन प्रारंभ करता है – पूर्व संक्रियात्‍मक अवस्‍था
  • बच्‍चों के बौद्धिक विकास के चार सुस्‍पष्‍ट स्‍तरों को पहचाना गया था – पियाजे द्वारा
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा कथन सत्‍य है – घोड़े को तालाब तक ले जाया जा सकता है, लेकिन उसको पानी पीने के लिए बाध्‍य नहीं किया जा सकता।
  • समग्रता के सिद्धान्‍त (Gestalt Theory) के प्रवर्तक हैं – वर्दीमर एवं अन्‍य
  • बालक अपने व्‍यवहार की सामाजिक स्‍वीकृति जिस अवस्‍था में चाहता है, वह अवस्‍था है – किशोरावस्‍था
  • निम्‍नलिखित में से किस कथन को ‘सीखने’ के लक्षण के रूप में नहीं माना जा सकता – व्‍यवहार की अध्‍ययन सीखना।
  • सिद्धान्‍त के रूप में रचनावाद – दुनिया के बारे में अपना दृष्टिकोण निर्मित करने में विद्यार्थी की भूमिका पर बल देता है।
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा कथन ‘सीखने’ के बारे में सही है – सीखना उस वातावरण में प्रभावी होता है जो संवेगात्‍मक रूप से सकारात्‍मक हो और शिक्षार्थियों को संतुष्‍ट करने वाला हो।
  • पियाजे की औपचारिक संक्रियात्‍मक अवस्‍था बालक की किस आयु अवधि तक मानी जाती है – 11-15 वर्ष
  • पियाजे के अनुसार मूर्त संक्रियात्‍मक अवस्‍था का समय काल है – 7-11 वर्ष
  • ‘सीखना व्‍यवहार में उत्‍तरोत्‍तर सामंजस्‍य की प्रक्रिया है।’ यह कथन है – स्किनर
  • बाइगोत्‍सकी बच्‍चों के सीखने में निम्‍नलिखित में से किस कारक की महत्‍वपूर्ण भूमिका पर बल देते हैं – सामाजिक
  • निम्नलिखित में से कौन सा शिक्षक से सम्‍बन्धित अधिगम को प्रभावित करने वाला कारक है – विषय वस्‍तु में प्रवीणता
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा सीखने का क्षेत्र है – आनुभाविक
  • जब बच्‍चा कार्य करते हुए ऊबने लगता है, तो यह इस बात का संकेत है कि – संभवत: कार्य यांत्रिक रूप से बार-बार हो रहा है।
  • राजू खरगोश से डरता था। शुरू में खरगोश को राजू से काफी दूर रखा गया। आने वाले दिनों में हर रोज खरगोश और राजू के बीच की दूरीकम कर दी गई। अन्‍त में राजू की गोद में खरगोश को रखा गया और राजू खरगोश से खेलने लगा। यह प्रयोग उदाहरण है – शास्‍त्रीय अनुबंधन सिद्धान्‍त का
  • राजेश बीमारी के कारण एक महीने तक विद्यालय नहीं गया। जब विद्यालय गया तो उसे भाग के लम्‍बे सवालों को करना नहीं आया। कई बार के निराशाजनक अनुभवों में असफलता हाथ लगी। लम्‍बे भाग के सवालों को देखते ही वह चिन्तित हो जाता है। शास्‍त्रीय अनुबंधन सिद्धान्‍त के मुताबिक संवेगात्‍मक स्‍वाभाविक उत्‍तेजक है – असफलता/भग्‍नाशा
  • अधिगम का शास्‍त्रीय अनुबंधन सिद्धान्‍त से सम्‍बन्धित है – पॉवलाव
  • सीखने का ‘क्‍लासिकल कंडीशनिंग’ सिद्धान्‍त प्रतिपादित किया था – पॉवलाव
  • पॉवलाव के अधिगम का कौन सा सिद्धान्‍त प्रतिपादित किया – अनुकूलित अनुक्रिया
  • बुरी आदतों को सुधारा जा सकता है – अनुबंधन द्वारा
  • व्‍यवहार का करना- पक्ष में आता है – सीखने की गतिक क्षेत्र
  • ‘डिस्‍लेक्सिया’ मुख्‍य रूप से ………. की समस्‍या से संबंधित है – पढ़ने
  • बार-बार देाहराने से अधिगम को बढ़ावा मिलता है, किस नियम से इसकी पुष्टि होती है – अभ्‍यास का नियम
  • ‘तत्‍परता का नियम’ किसने दिया है – थार्नडाइक
  • सहयोगी अधिगम में अधिक उम्र के प्रवीण विद्यार्थी, छोटे और कम निपुण प्रतियोगियों की मदद करते हैं, इससे 
  • जब पूर्व का अधिगम नई स्थितियों के सीखने का बिल्‍कुल प्रभावितनहीं करता, तो यह ……… कहलाता है – अधिगम का शुन्‍य स्‍थानान्‍तरण
  • अधिगम एवं परिपक्‍वता के संबंध में निम्‍न में से कौन सा कथन सही है – यदि मानव विकास केवल परिपक्‍वता से होता तो मनुष्‍य केवल निम्‍नतम तक ही सीमित रह जाता।
  • मनोविश्‍लेषणवादी सिद्धान्‍त के प्रवर्तक है – फ्रायड
  • उद्दीपक अनुक्रिया के मध्‍य साहचर्य स्‍थापित करने वाले प्रक्रम को कहते हैं – अधिगम
  • व्‍यवहारवादी विचारक हैं – वॉटसन
  • व्‍यवहारवाद के जन्‍मदाता है – वॉटसन
  • सीखने की प्रथम अवस्‍था में सीखने की गति होती है – धीमी
  • ”अनुभव द्वारा व्‍यवहार में परिवर्तन होना ही अधिगम है।” अधिगम की यह परिभाषा किसने दी है – गेट्स व अन्‍य
  • निम्‍न में से कौन सा कारक प्रशिक्षण (अधिगम) के हस्‍तान्‍तरण में मदद नहीं करता है – थकान/थकावट
  • अधिगमकर्ता में बढ़ते हुए क्रोध को रोकने के लिए अध्‍यापक को चाहिए – कि उसको अधिक काम दे ताकि उसको क्रोध करने का समय नहीं मिले।
  • जिस प्रक्रिया में व्‍यक्ति मानव कल्‍याण के लिए परस्‍पर निर्भर रहकर व्‍यवहार करना सीखता है, वह प्रक्रिया है – समाजीकरण
  • ”स्‍थानान्‍तरण एक परिस्थिति में अर्जित ज्ञान प्रशिक्षण और आदतों का किसी दूसरी परिस्थिति में स्‍थानान्‍तरण किये जाने की चर्चा करता है।” प्रशिक्षण (अधिगम) के स्‍थानान्‍तरण के बारे में कथन सम्‍बन्धित है – सौरेंसन
  • कबीर के दोहे याद कर लेने पर भी एक बालक की रहीम के दोहे याद करने की शक्ति में सुधार नहीं होने का निम्‍न में से प्रमुख कारण कौन सा है – शून्‍य स्‍थानान्‍तरण
  • पॉवलाव के अनुबंधन प्रयोग में केवल ध्‍वनि के उपस्थित करने पर होने वाली अनुक्रिया को कहते हैं – अनुबंधित अनुक्रिया
  • थार्नडाइक के ‘प्रभाव का नियम’ का शैक्षणिक महत्‍व नहीं है – स्‍मरण शक्ति में कमी
  • ‘सीखने के नियम’ के प्रतिपादक हैं – थार्नडाइक
  • सीखने के प्रयासएवं त्रुटि विधि का सम्‍बन्‍ध है – थार्नडाइक
  • बुडवर्थ के अनुसार सीखना है – नवीन ज्ञान प्राप्‍त करना।
  • शिक्षा शास्‍त्र (पैडागोजी) की अवधारणा निम्‍न में से किस कथन में प्रतिबिम्बित नहीं रही है – अमूर्तिकरण एवं सामान्‍यीकरण का विज्ञान
  • अधिगम से सम्‍बन्धित मनोविज्ञान की विचारधाराओं एवं उनके प्रतिपादक के जोड़े यहाँ दिए गए हैं। इंगित कीजिए कि कौन सा जोड़ा सही मिलान का है – व्‍यवहारवाद- बाटसन एवं गुथरी, फेकल्‍टी मनोविज्ञान – बुल्‍फ एवं रीड, पुनर्बलन – हल एवं स्‍कीनर
  • नीचेअधिगम के सिद्धान्‍तों और उनके प्रतिपादकों के जोड़े दिये गये हैं। इंगितकीजिए कि किस जोड़े का मिलान सही है – अन्‍त:दृष्टि सूझ का सिद्धान्‍त – वर्दीमर एवं कोहलर, उद्दीपन अनुक्रिया सिद्धान्‍त – थार्नडाइक एवं अन्‍य, पुनर्बलन सिद्धान्‍त –हल एवं स्किनर
  • पियाजे के मतानुसार बालकों में वस्‍तु स्थिरता उत्‍पन्‍न होती है – पूर्व सक्रिय अवस्‍था में
  • अधिगम को प्रभावित नहीं करने वाला कारक है – खोज
  • पियाजे का सिद्धान्‍त किसके अवलोकन पर आधारित है – अपने बालक
  • पियाजे के संज्ञानात्‍मक विकास के चरणों के अनुसार इंद्रिय गामक (संवेदी प्रेरक) अवस्‍था किसके साथ सम्‍बन्धित है – अनुकरण, स्‍मृति और मानसिक निरूपपण
  • चिंतन अनिवार्य रूप से है एक – संज्ञानात्‍मक गतिविधि
  • फ्रायड, पियाजे एवं अन्‍य मनोवैज्ञानिकों ने व्‍यक्तित्‍व विकास की विभिन्‍न अवस्‍थाओं के संदर्भ में व्‍याख्‍या की है, परन्‍तु पियाजे ने – विभिन्‍न अवस्‍थाओं को समझाने के लिए संज्ञानात्‍मक बदलाव के बारे में कहा।
  • अन्‍त:दृष्टि सिद्धान्‍त के प्रतिपादक कौन थे – कोहलर
  • ”दो बालकों में समान मानसिक योग्‍यताएँ नहीं होती हैं” उक्‍त कथन किस मनोवैज्ञानिक का है – हरलॉक
  • वाटसन द्वारा लिखित एवं वर्ष 1925 में प्रकाशित लोकप्रिय पुस्‍तक है – व्‍यवहारवाद
  • ”अधिगम, आदतें, ज्ञान एवं अभिवृत्तियों को अर्जित करना है।” उक्‍तानुसार अधिगम को किसने परिभाषित किया है – क्रो एंड क्रो ने
  • निम्‍नलिखित में से कौन-सी अवस्‍था सम्‍प्रत्‍ययों के सम्‍पूर्ण विकास की अवस्‍था है? ”पियाजे” के अनुसार निम्‍न है – अमूर्त संक्रियात्‍मक अवस्‍था
  • कार्यात्‍मक प्रतिवद्धता सिद्धान्‍त प्रक्रिया में मुख्‍य कारक निम्‍न में से कौन सा है – पुनर्बलन
  • ”प्रशिक्षण एवं अनुभव के द्वारा व्‍यवहार में होने वाले परिवर्तनको सीखना या अधिगम कहते हैं” – गेट्स
  • एक अच्‍छे अधिगमकर्ता की प्रमुख विशेषता निम्‍न में से कौन सी है – अवधान
  • “A mind that found itself” (”ए माइन्‍ड दैट फाउन्‍ड इटसेल्‍फ”) नामक पुस्‍तक किसके द्वारा लिखी गई है – सी. डब्‍ल्‍यू बीयर्स
  • एक प्रभावी शिक्षक अपने अधिगमकर्ताओं को सामूहिक क्रियाओं में सम्मिलित करते हैं, क्‍योंकि इससे ‘सीखना’ सुगम बनाने के अतिरिक्त यह विकास करता है – समाजीकरण
  • बच्‍चों के अधिगम को सुगम बनाने के लिए अध्‍यापकों को एक अच्‍छे कक्षायी परिवेश का सृजन करने की आवश्‍यकता होती है। इस प्रकार के अधिगम परिवेश का सृजन करने के लिए नीचे दिये गये कथनों में से कौन सा सही नहीं है – अध्‍यापकों के अनुसार कार्य करना।
  • एक बच्‍चे की कॉपी में लिखने में विपरीत छवियाँ, दर्पण छवि, आदि जैसी गलतियाँ मिलती है। इस प्रकार का बच्‍चा लक्षण प्रदर्शित कर रहा है – अधिगम में अशक्तता के
  • विकृत लिखावट से संबंधितलिखने की योग्‍यता में कमी किसका एक लक्षण है – डिस्‍ग्राफिया
  • अधिगम जिसके बिना संभवनहीं है, वह है – प्रेरणा
  • ज्ञान रचनात्‍मकता सिद्धान्‍त आधारित शिक्षण का आधार है – करके सीखना
  • एकाग्रता-समय के साथ मेल बैठाने के लिए एक दत्‍त कार्य को पूरा करने के लिए आवंटित समय को घटाना और चरणबद्ध तरीके से इस एकाग्रता-समय को बढ़ाना निम्‍नलिखित में से किस प्रकार के विकास से निबटने के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त है – एकाग्रता-ह्रास अतिक्रियाशील विकास
  • निम्‍नलिखित कथनों में से कौन सा वाइगोत्‍स्‍की के द्वारा विकास तथा अधिगम के बीच संबंध का सर्वश्रेष्‍ठ रूप में सार प्रस्‍तुत करता है – विकास प्रक्रिया अधिगम-प्रक्रिया से पीछे रह जाती है।
  • एक द्विग भ्रमित किशोर का पथ-प्रदर्शन किया जा सकता है – उसके अच्‍छे व्‍यवहार की प्रशंसा करके
  • इनमें से कौनसी अधिगम अशक्‍तता वाले बच्‍चे की एक विशेषता है – धाराप्रवाह रूप से पढ़ने तथा शब्‍दों पर पलट कर जाने में कठिनाई
  • शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में व्‍यक्तिगत रूप से ध्‍यान देना महत्‍वपूर्ण है, क्‍योंकि – बच्‍चों की विकास दर भिन्‍न होती है और वे भिन्‍न तरीकों से सीखते हैं।
  • किशोरावस्‍था में किशोर-किशोरियाँ अध्‍ययन के साथ-साथ टी.वी. देखना, रेडियो व ग्रामोफोन सुनना पसंद करते हैं, ये विचार है – बुड
  • ‘सूझ द्वारा सीखने के समग्राकृतिवाद’ के प्रवर्तक थे – वर्दीमर, कोफ्का एवं कोहलर
  • निम्‍नलिखित में से कौन सी अधिगम की आधारभूत शर्त है – संलग्‍नता
  • निम्‍न में से कौन अधिगम प्रक्रिया का पक्ष नहीं है – दबाव
  • निम्‍न में से कौन सा युग्‍म सही है – जॉन डीवी – संरचनावाद
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा वाइगोत्‍सकी के सामाजिक सांस्‍कृतिक सिद्धान्‍त पर आधारित है – पारस्‍परिक शिक्षण
  • श्रवण ह्राससे ग्रसित बच्‍चे कक्षा में किससे सबसे अधिक नैराश्‍य (कुण्‍ठा) का सामना करते हैं – दूसरों के साथ संप्रेक्षण करने तथा सूचनाओं को बाँटने में अक्षमता
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा विशिष्‍ट विकलांगता का उदाहरण है – डिसलेक्सिया
  • डिस्‍कैल्‍कुलिया किस विषय से संबंधित विकार है – अधिगम अक्षमता
  • ‘अधिगमता का स्‍व–नियमन’ का क्‍या अर्थ है – अपने सीखने का स्‍वयं अनुवीक्षण करने की योग्‍यता
  • निम्‍नलिखित में से कौन सी सामान्‍यत: सीखने की सामूहिक विधि नहीं है – प्रेक्षण
  • ‘एक महिला ने भोजन प्राप्‍त करने के लिए अपने बच्‍चे को बेच दिया।’ इस खबर को  ………… के आधार पर अच्‍छी तरह समझा जा सकता है। – पदानुक्रमिक आवश्‍यकताओं का सिद्धान्‍त
  • एक शिक्षिका अपने शिक्षिका की सदैव इस रूप में सहायता करती है कि वे एक विषय-क्षेत्र से प्राप्‍त ज्ञान को दूसरे विषय-क्षेत्रों के ज्ञान के साथ जोड़ सकें। इससे ……….. को बढ़ावा मिलता है – ज्ञान के सह संबंध एवं अंतरण
  • सम्‍बन्‍धवाद (साहचर्यवाद) के सिद्धान्‍त से कौन-सा बंध सम्‍बन्धित है – उद्दीपन व प्रतिक्रिया
  • पियाजे के अनुसार, संज्ञानात्‍मक विकास के किस चरण पर बच्‍चा ‘वस्‍तु स्‍थायित्‍व’ को प्रदर्शित करताहै – पूर्व-संक्रियात्‍मक चरण
  • राबर्ट एम. गेने के अनुसार निम्‍न में से कौन-सा अधिगम का प्रकार नहीं है – अन्‍तर्दृष्टि अधिगम
  • सीखने की खेल विधि उपयोगी है – बाल्‍यावस्‍था के लिए
  • अभ्‍यास के कारण व्‍यवहार में परिवर्तन कहलाता है – अधिगम
  • निम्‍नलिखित में से कौन-सा कारक सीखने के अन्‍तर्दृष्टि सिद्धान्‍त को प्रभावित करने वाला नहीं है – अनुभव
  • एक अधिगमित प्रक्रिया का क्रमिक लुप्‍त होना कहलाता है – विलोपन
  • निम्‍नलिखित में से किसमें ऐच्छिक व्‍यवहार उसके परिणामों या पूर्विकता से शक्तिशाली या कमजोर होता है – क्रियाप्रसूत अनुबंधन
  • अधिगम आधारित होता है – अभ्‍यासपर, प्रशिक्षण पर, अनुभव पर
  • न्‍यूटन ने वृक्ष से सेब को नीचे गिरते देखा और अचानक उसने गुरूत्‍वाकर्षण के सिद्धान्‍त की खोज की। यह उदाहरण है – अंतर्दृष्टि का
  • अधिगम प्रतिफल का तात्‍पर्य है – बालक के व्‍यवहार में होने वाला परिवर्तन
  • अनुबंधित प्रतिक्रिया सिद्धान्‍त है – अधिगम का सिद्धान्‍त
  • सीखने के सिद्धान्‍त के प्रतिपादन के लिए आई. पी. पॉवलव ने प्रयोग किया – कुत्‍ते पर
  • निम्‍न में से कौन सी प्रविधि बालकों को अनुशासन सिखाने के लिए उचित है – प्रजातांत्रिक प्रविधि
  • अव्‍यक्‍त अधिगम के सम्‍प्रत्‍यय का वर्णन अपने सिद्धान्‍त में किसने किया – टॉलमेन
  • अनुबंधित प्रतिक्रिया सिद्धान्‍त है – अधिगम का सिद्धान्‍त
  • निम्‍न में से सीखने के सिद्धान्‍तों एवं उनके प्रवर्तकों में कौन सा मेल सही है – अंतदृष्टि का सिद्धान्‍त – कोहलर, संबंध प्रतिक्रिया का सिद्धान्‍त – पॉवलाव, उत्‍तेजक अनुक्रिया का सिद्धान्‍त – थार्नडाइक
  • संज्ञानवादी विकास सिद्धान्‍त के प्रवर्तक कौन थे – जीन पियाजे
  • कोहलर का अधिगम सिद्धान्‍त निम्‍न में से किस नाम से जाना जाता है – अंतर्दृष्टि या सूझ का सिद्धान्‍त
  • एक बच्‍चा किसी डॉक्‍टर को देखने पर ही भयभीत हो जाता है क्‍योंकि उसके पूर्व के अनुभव में डॉक्‍टर के इंजेक्‍शन की सूई दिये जाने से संबंध है, यह उदाहरण है – प्राचीन अनुबंधन का
  • निम्‍न में से किस मत के अनुसार बच्‍चे सिर्फ अनुबंधनद्वारा ही नहीं अपितु अन्‍य व्‍यक्तियों को देखकर व अनुकरण करके भी सीखते हैं – सामाजिक अधिगम
  • निम्‍न में से कौन व्‍यवहारवादी नहीं है – सिग्‍मण्‍ड फ्रॉयड
  • निम्‍न में से अनुबंधन का कौन सा प्रकार उद्दीपकों के साथ साथ गठित होने पर आधारित न रहकर व्‍यवहार के परिणामों के प्रभाव पर निर्भर करता है – क्रिया प्रसूत अनुबंधन
  • धीमी गति से सीखने वाले बालकों के अध्‍यापन के लिए अधिक उपयोगी सिद्धान्‍त है – थॉर्नडाइक का सिद्धान्‍त
  • अंतर्दृष्टि पैदा होने के संबंध में कौन सा कथन सत्‍य नहीं है – अंतर्दृष्टि धीरे-धीरे पैदा होती है।
  • बीजों का अंकुरण संकल्‍पना के शिक्षण की सबसे प्रभावी प‍द्धति है – विद्यार्थियों द्वारा पौधे के बीज बोना और उसके अंकुरण के चरणों का अवलोकन करना।
  • एक प्रोफेसर बी. एफ. स्‍कीनर के नियमों के आधार पर एक परीक्षण का निर्माण कर रहा है। सम्‍प्रत्‍यय जो कि इस परीक्षण में केन्‍द्र पर होगा, वह है – पुनर्बलन अनुसूचियाँ
  • साइकिल सीखने के बाद स्‍कूटर सीखने में प्रशिक्षण का स्‍थानांतरण होगा – धनात्‍मक स्‍थानांतरण
  • अनुभवों के कारण व्‍यवहार में होने वाले अपेक्षाकृत स्‍थायी परिवर्तनों को कहा जाता है – अधिगम
  • टंकण कार्य या कम्‍प्‍यूटर पर यदि निरंतर अभ्‍यास नहीं करते हैं तो भूल जाते हैं यह किस सिद्धान्‍त के अनुसार है – थार्नडाइक के सिद्धान्‍त के अनुसार
  • गेस्‍टाल्‍टवादियों के अनुसार व्‍यक्ति किसी वस्‍तु को देखत है – समग्रता के आधार पर
  • चिम्‍पैंजी पर प्रयोग किसने किया – कोहलर
  • ‘क्रिया की सफलता से संतोष एवं असफलता से अंसंतोष होता है।’ थार्नडाईक का कौनसा नियम यह इंगित करता है – प्रभाव का नियम
  • किसी क्रिया को बार-बार दोहराने से उसका संबंध दृढ़ हो जाता है। उक्‍त कथन थार्नडाइक के किस नियम से संबंधित है – अभ्‍यास का नियम
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा सीखने का नियम नहीं है – अभिप्रेरण का नियम
  • अधिगम का उद्देश्‍यपूर्ण व्‍यवहारवाद सिद्धान्‍त दिया – हल ने
  • बाद में सीखी गयी सामग्री यदि पूर्व में सीखी गयी सामग्री के धारण में अवरोध पैदा करे तो इस प्रक्रिया को कहेंगे – पश्‍चोन्‍मुखी अवरोध
  • ‘सामाजिक अधिगम सिद्धान्‍त’ किसने दिया – बण्‍डुरा
  • प्रयत्‍न व त्रुटि अधिगम किसने दिया – थार्नडाईक
  • मानव आवश्‍यकताओं का पदानुक्रम किसने दिया – मॉस्‍लो
  • ‘ज्ञान और अभिवृद्धि की प्राप्ति अधिगम है’ अधिगम की उपरोक्‍त परिभाषा दी है – क्रो एवं क्रो ने
  • अंतदृष्टि अधिगम सिद्धान्‍त किसने दिया – वरदाईमर, कोहलर, कॉफ्का
  • ‘करके सीखना’ का विचार दिया – जॉन डीवी ने
  • व्‍यक्ति जब दूसरे व्‍यक्ति को कुछ कार्य करते देख वह कार्य करना सीखता है, तो यह कहलाता है – अवलोकन द्वारा सीखना।
  • विस्‍मरण के प्रयोग किसने स्‍वयं पर किये – एबिंगहास
  • मैं अपनी चाबियाँ मेरे टेलीफोन के पास की खूँटी पर टाँगता था। अब मैंने चाबियाँ रखने की जगह बदल दी, फिर भी मैं चाबियाँ रखने की जगह बदल दी, फिर भी मैं चाबियाँ लेने खूँटी के पास जाता हूँ। यह उदाहरण है – अनुबंधन का
  • ……… एक प्रक्रिया है, जिसमें बालक संस्‍कृति के तौर-तरीके सीखता है – समाजीकरण
  • निष्‍पादन में परिवर्तन अभ्‍यास का फलन होता है, कहा जाता है – अधिगम
  • सूझ के सिद्धान्‍त का प्रतिपादन करने वाले मनोवैज्ञानिक थे – गेस्‍टाल्‍टवादी
  • क्‍लासिकी अनुबंधन में भोजन के प्रति लार की अनुक्रिया है – यू. सी. आर.
  • अधिगम के प्रयत्‍न और भूल सिद्धान्‍त के प्रवर्तक है – थार्नडाइक
  • गेस्‍टाल्‍टवाद के अनुसार क्‍या सबसे ज्‍यादा जरूरी है – सूझ
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा अधिगम से प्रत्‍यक्षत: प्रभावित होता है – विकास
  • ADHD है – अवधान विकृति
  • डिस्‍लेक्सिया में बच्‍चों को परेशानी होती है – पढ़ने लिखने में
  • निम्‍नलिखित में से किससे ऐच्छिक व्‍यवहार उसके परिणामों या पूर्विकता से शक्तिशाली या कमजोर होता है – क्रियाप्रसूत अनुबंधन
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा कारक अधिगम में बाधक होता है – अधिगमित नि:सहायता
  • निम्‍नलिखित में से कौन-सा कारक स्‍मृति से संबंधित नहीं है – अनुभूति
  • पावलॉव ने सीखने के अनुबंधन-प्रतिक्रिया सिद्धान्‍त का प्रतिपादन …. पर प्रयोग करके किया था– कुत्‍ते
  • सीखने के वक्र – सीखने की प्रगति के सूचक है।
  • बच्‍चों में गणित सीखने संबंधी अक्षमता है – डिस्‍कैलकुलिया
  • अधिगम हेतु कोहलर का प्रयोग ………. पर आधारित था – चिम्‍पांजी

  • ‘अधिगम और प्रशिक्षण का स्‍थानांतरण उस सीमा तक संभव होता है जहाँ तक नवीन व पुराने विषयों में समानता पायी जाती है’ उपरोक्‍त विचार का मुख्‍य समर्थक कौन है – थॉर्नडाइक
  • ‘अधिगम-प्रक्रिया से तात्‍पर्य बालक में उपयुक्‍त व्‍यावहारिक क्रियाओं द्वारा व्‍यवहार परिवर्तन लाना।’ यह परिभाषा है – गिलफॉर्ड
  • अधिगम के स्‍थानान्‍तरण हेतु सर्वाधिक उपयुक्‍त परिस्थिति आवश्‍यक है – समान घटक
  • ‘विद्यालय अधिगम में अभिप्रेरणा के अंतर्गत वांछित व्‍यवहार उत्‍पन्‍न करना, उन्‍हें बनाए रखना और उन्‍हें दिशा देना सम्मिलित होता है’ – स्किनर
  • गैने निम्‍न में से किससे संबंधित है – अधिगम का श्रेणीक्रम
  • अधिगम क्‍या है? सबसे उपयुक्‍त परिभाषा बताइए – व्‍यवहारगत व्‍यवहार में परिवर्तन अधिगम है।
  • अधिगम अंतरण के लिये अध्‍यापक को करना चाहिए – अधिगम का उपयोग नयी समस्‍या के समाधान के लिये करवाना।
  • अधिगम के किस कारक को अध्‍यापक विकसित नहीं कर सकता – परिपक्‍वता
  • अध्‍यापन का अधिगम से क्‍या संबंध है – दोनों एक दूसरे के सहायक है।
  • मैडम मोन्‍टेसरी ने अधिगम परिवेश में सर्वाधिक बल किस पर दिया है – ज्ञानेन्द्रियों के उपयोग पर
  • ‘सीखने वाले के समक्ष विषय वस्‍तु उसी समय प्रस्‍तुत की जाए जब वह मनोवैज्ञानिक रूप से उसे स्‍वीकार करने हेतु तैयार है।’ यह सोच कहलाती है – सहानुभूति बोध अवधारणा
  • निम्‍नलिखित में से ………… के अतिरिक्‍त सभी के कारण अधिगम अक्षमता उत्‍पन्‍न हो सकती है – शिक्षक की शिक्षण-शैली
  • आपको लगता है कि आपकी कक्षा में कुछ बच्‍चे बहुत तेज गति से सीख रहे हैं और कुछ बहुत धीमी गति से। इस परिस्थिति में आप क्‍या करेंगें – तेज गति से सीखने वाले बच्‍चों की सहायता धीमीगति से सीखने वाले बच्‍चों को सिखाने हेतु लेंगे।
  • शिक्षण अधिगम प्रक्रिया की दृष्टि से एक अच्‍छा शिक्षक वह है, जो  सोचता है कि बातचीत को सीखने के संसाधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
  • …… के अतिरिक्‍त निम्‍नलिखित सभी के कारण अधिगम अक्षमता उत्‍पन्‍न हो सकती है – सांस्‍कृतिक कारक
  • अधिगम नियोग्‍यता – एक चर अवस्‍था है।
  • ……… के अतिरिक्‍त निम्‍नलिखित समस्‍या समाधान की प्रक्रिया के चरण हैं – परिणामों की आशा करना।
  • जब बच्‍चा ‘फेल’ होता है, तो इसका तात्‍पर्य है कि – व्‍यवस्‍था फेल हुई है।
  • शिक्षण से अधिगम पर बल देने वाला परिवर्तन हो सकता है – बाल-केन्द्रित शिक्षा पद्धति अपनाकर
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा अधिगम को अधिकतम करने के लिए सर्वाधिक उचित है – शिक्षिका को अपनी संज्ञानात्‍मक शैली के साथ साथ अपने शिक्षार्थियों की संज्ञानात्‍मक शैली की पहचार करनी चाहिए।
  • जब एक बावर्ची खाना पकाते समय खाने को चखता है, तो वह ……. के समान है – सीखने के लिए आकलन
  • शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में व्‍यक्तिगत रूप से ध्‍यान देना महत्‍तवपूर्ण है, क्‍योंकि – बच्‍चों की विकास दर भिन्‍न होती है और वे भिन्‍न तरीकों से सीख सकते हैं।
  • निम्‍नांकित में से कौन सी समस्‍या–समाधान की वैज्ञानिक पद्धति का पहला चरण है – समस्‍या के प्रति जागरूकता
  • अंतरपरक अनुदेशन है – शिक्षार्थियों की आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए समूहीकरण के विविध रूपों का प्रयोग करना।
  • अधिगम अक्षमताएँ – सामान्‍य या उससे अधिक बुद्धि-लब्‍धांक वाले बच्‍चों में भी पाई जाती है।
  • समस्‍या-समाधान प्राय: उन विद्यालयों में सफल है, जहाँ – परिवर्तनशील/लचीली पाठ्यचर्या है।
  • बच्‍चे के संज्ञानात्‍मक विकास हेतु उत्‍तम स्‍थान है – विद्यालय एवं कक्षा का वातावरण
  • व्‍यवहार में होने वाले स्‍थायी परिवर्तन, जो अभ्‍यास के कारण होते हैं, को कहा जाता है – सीखना (अधिगम)
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा कौशल भावात्‍मक बुद्धि से संबद्ध नहीं होता है – भावनाओं का प्रबंधन
  • ‘बच्‍चे फिल्‍मों में दिखाए गए हिंसात्‍मक व्‍यवहार को सीख सकते हैं’ यह निष्‍कर्ष निम्‍नलिखित में से किस मनोवैज्ञानिक द्वारा किए गए कार्य पर आधारित हो सकता है – एल्‍बर्ट बंडूरा
  • शिक्षार्थी फैशन शो को देखकर मॉडल्‍स का अनुकरण करने की कोशिश करते हैं, इस प्रकार के अनुकरण को …………… कहा जा सकता है – सामाजिक अधिगम
  • यदि शिक्षार्थी पाठ के दौरान लगातार गलतियाँ करते हैं तो शिक्षक को – अनुदेशन, कार्य, समय-सारणी अथवा बैठने की व्‍यवस्‍था में परिवर्तन करना चाहिए।
  • …….. के अतिरिक्‍त निम्‍नलिखित कुछ तकनीकें हैं, जो परीक्षा के कारण होने वाली चिंता को दूर करती हैं – परिणाम के बारे में बहुत अधिक सोचना।
  • ……… के द्वारा निपुणता अभिविन्‍यास को प्रोत्‍साहित किया जा सकता है –शिक्षार्थियों के व्‍यक्तिगत प्रयासों पर ध्‍यान केन्द्रित करने
  • निम्‍नलिखित में से किसका मिलान उचित है – सामाजिक विकास-वातावरण
  • अधिगम प्रक्रिया में सही कड़ी का चयन कीजिए – लक्ष्‍य-समायोजन-प्रेरक-परिवर्तन
  • एक प्रभावी शिक्षक अपने अधिगमकर्ताओं को सामूहिक क्रियाओं में सम्मिलित करते हैं, क्‍योंकि इससे ‘सीखना’ सुगम बनाने के अतिरिक्त यह विकास करता है – समाजीकरण
  • ‘शिक्षा मनोविज्ञान में में ‘सीखना’ लक्ष्‍य तक पहुँचने के उपायों को निश्चित करना है।’ यह अधिगम की जिस श्रेणी में आता है, वह है – अधिगम प्रक्रिया
  • जिस प्रक्रिया से व्‍यक्ति मानव कल्‍याण के लिए परस्‍पर निर्भर होकर व्‍यवहार करना सीखता है, वह प्रक्रिया है – सामाजिक परिपक्‍वता
  • उत्‍तेजक तथा अनुक्रिया के मध्‍य सीखने की प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले तत्‍व हैं – व्‍यक्ति की वैयक्तिकता तथा इच्‍छाएँ, व्‍यक्ति की इच्‍छाएँ तथा भावनाएँ, व्‍यक्ति की की भावनाएँ तथा क्षमता।
  • हम अधिगम का अनुभव नहीं कर सकते हैं, हम केवल यह देख सकते हैं कि वह निरन्‍तर सफलतापूर्वक आगे बढ़ता है, इसका तात्‍पर्य है – अधिगम समायोजन है।
  • अधिगम जिसके बिना संभव नहीं है, वह है – प्रेरणा
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा कथन अधिगम की प्रकृति को सही प्रकार से निर्देशित करता है – अधिगम प्रक्रिया एवं उत्‍पाद दोनों हैं।
  • कौन सा सिद्धान्‍त अधिगम स्‍थानान्‍तरण में सहायक नहीं होता है – तथ्‍यों की विशुद्धता
  • निम्‍न में से कौन सा उद्देश्‍य के संज्ञात्‍मक क्षेत्र का नहीं है – अनुवाद करना।
  • विलुप्‍त होना परिणाम है – पुनर्बलन का अभाव
  • अधिगम के संबंध में उपयुक्‍त नहीं है – अधिगम पर परिपक्‍वता का प्रभाव नहीं पड़ता।
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा कारक अधिगम को प्रभावित करने वाला नहीं है – मानव व भौतिक संसाधन
  • ‘मेस्‍टाल्‍टवाद’के जन्‍मदाता कौन है – बरदाईमर
  • रॉबर्ट गेने ने अधिगम की कितनी परिस्थितियाँ बताई है – 8
  • श्रृंखला अधिगम सम्‍बन्धित है – गेने
  • निम्‍न में से कौन सा सही नहीं है – कंकाल आयु
  • संज्ञानात्‍मक विकास पर व्‍य‍वस्थित कार्य करने वाला मनोवैज्ञानिक था – जीन पियाजे
  • एक बच्‍चे को लाल गुलाब का कांटा चुभ गया जिससे उसे काफी चोट पहुँची। आगे चलकर वह लाल पोषाक या लाल किसी भी चीज को देखकर डरने लगा/लगी। यह उदाहरण है – उद्दीपन सामान्‍यीकरण
  • पियाजे द्वारा प्रयुक्‍त किया गया नाम खोजे – स्‍कीमा
  • जॉर्ज स्‍टेनले हॉल ने किशोरावस्‍था को कैसी अवस्‍था कहा – तुफानी एवं तनावपूर्ण
  • अध्‍ययन का उच्‍चतम स्‍तर कौन-सा है – समस्‍या समाधान अधिगम
  • अच्‍छा अधिगम निर्भर करता है – शिक्षक पर, छात्रों की सक्रिय रुचि पर, उपयुक्त शिक्षण विधियों एवं सहायक सामग्री के उपयोग पर।
  • मनोविज्ञान का कौन-सा सम्‍प्रदाय, मनोविज्ञान को विशुद्ध विज्ञान के रूप में स्‍थापित करने पर बल देता है – व्‍यवहारवाद
  • एक शिक्षिका अपनी कक्षा से कहती है, ‘सभी प्रकार के प्रदत्‍त कार्यों (Assignments) का निर्माण इस प्रकार किया गया है कि प्रत्‍येक विद्यार्थी अधिक प्रभावशाली ढंग से सीख सके, अत: सभी विद्यार्थी बिना किसी अन्‍य की सहायता से अपना कार्य पूर्ण करें।’ वह कोह्लबर्ग के किस नैतिक विकास के चरण की ओर संकेत दे रही है – औपचारिक चरण 4 – कानून और व्‍यवस्‍था
  • गार्डनर के बहु-बुद्धि के सिद्धान्‍त के अनुसार, वह कारक जो व्‍यक्ति के ‘आत्‍म-बोध’ हेतु सर्वाधिक योगदान देगा, वह हो सकता है – अन्‍त:वैयक्तिक
  • आपकी कक्षा में कुछ बच्‍चे हैं जो गलतियाँ करते हैं। इस परिस्थिति का आपके विश्‍लेषण के अनुसार इनमें से कौन-सा कथन सर्वाधिक उपयुक्‍त है – बच्‍चों ने अभी तक संकल्‍पनात्‍मक स्‍पष्‍टता प्राप्‍त नहीं की है तथा आपको अपनी शिक्षण-विधि पर चिन्‍तन करने की आवश्‍यकता है।
  • बहुतात्विक सिद्धान्‍त किसने दिया – थॉर्नडाइक
  • वे बालक जो अपनी आयु से एक दर्जा नीचे के बालक के लिए बनाए गए कार्य को अच्‍छी तरह सम्‍पन्‍न नहीं कर पाते हैं, उन बालकों को किस श्रेणी में रखा जाएगा – पिछड़े बालक
  • वे बालक जिन्‍हें अध्‍यापक के प्रयासों एवं अभिपेरणा के माध्‍यम से सामान्‍य बालक की श्रेणी में लाया जा सकता है – पिछड़े
  • किसने कहा कि बुद्धि सीखने की योग्‍यता है – बकिंघम
  • गैरेट ने बुद्धिके कितने प्रकार माने – तीन
  • निम्‍न में से बुद्धि के कौन से सिद्धान्‍त है – एक खण्‍ड का सिद्धान्‍त, द्विखण्‍ड का सिद्धान्‍त, तीन खण्‍ड का सिद्धान्‍त
  • वस्‍तुओं के संग्रहण का काल है – 7-11 वर्ष
  • बालक में अमूर्त चिंतन का विकास हो जाता है – 11-15 वर्ष
  • बुद्धि के प्रतिदर्श सिद्धान्‍त का प्रतिपादक है – थॉमसन
  • अशाब्दिक सामूहिक परीक्षण है – थॉमसन
  • एक बालक की बुद्धि लब्धि 85 है तो वह बालक है – मंद बुद्धि
  • बुद्धि का पदानुक्रमिक सिद्धान्‍त का निर्माण किसने किया है – बर्ट व बर्नन
  • बुद्धि की त्रि-विमीय संरचना किस मनोवैज्ञानिक ने प्रतिपादित की – गिल्‍फर्ड
  • निम्‍न में से गिल्‍फर्ड की संरचना में सम्मिलित विमा नहीं है – मूल्‍यांकन
  • बुद्धि लब्धि (IQ) शब्‍द का उपयोग सर्वप्रथम किया – टरमन
  • बुद्धि का बहुकारक / बहुतत्‍व किसने प्रतिपादित किया – थॉर्नडाइक
  • अल्‍फ्रेड बिने किस देश के निवासी थे – फ्रांस
  • बुद्धि परीक्षणों का जनमदाता कहा जाता है – बिने को
  • किस मनोवैज्ञानिक ने बुद्धि को असंख्‍य तत्‍वों से निर्मित बताया है – थॉर्नडाइक
  • किस मनोवैज्ञानिक ने स्‍पीयरमैन के सामान्‍य कारक का खण्‍डन किया है –थॉर्नडाइक
  • बुद्धि के त्रितत्‍व सिद्धान्‍त में स्‍पीयरमैन ने तीसरा तत्‍व (जो उन्‍होने अपने द्वितत्‍व सिद्धान्‍त में नहीं बताया था) जोड़ा – समूह तत्‍व
  • बुद्धि का विभाजन किन वैज्ञानिकों ने किया – थॉर्नडाइक व गैरेट
  • व्‍यक्ति अनोखे कार्य करता है, जिससे समाज में उसकी पहचान बनती है, यह बुद्धि का कौन सा कारक है – विशिष्‍ट
  • इंजीनियर अपने कायर्ालय में बैठकर किसी मकान का प्रारूप बनाता है, बुद्धि के किस प्रकार के माध्‍यम से – अमूर्त
  • ”अमूर्त विचारों के विषय में सोचने की योग्‍यता ही बुद्धि है” यह कथन है – टरमन
  • अमूर्त बुद्धि में किनका प्रयोग अधिक किया जाता है – शब्‍दों का, अंको का, प्रतीकों का
  • ”बुद्धि अमूर्त विचारों के बारे में सोचने की योग्‍यता है।” यह कथन है – टरमन का
  • गिलफॉर्ड का बुद्धि संबंधी सिद्धान्‍त है – त्रिआयामी सिद्धान्‍त
  • ”हीरों के लिए हम खुदायीकरते हैं व स्‍वर्ण को शुद्ध करते हैं किन्‍तु प्रतिभा का हम नाश कर रहे हैं।” यह कथन है – के.एन. दत्‍त
  • एक 5 वर्षीय बालक की बुद्धि परीक्षा के आधार पर मानसिक आयु 8 वर्ष सिद्ध हुई, तो बालक किस वर्ग में आयेगा – अति प्रखर बुद्धि
  • बालक राम का बगीचे में ले जाकर हरियाली से परिचित करवाया जाता है राम को विद्यालय में हरियाली पर निबंध लिखने को कहा जाता है, यहाँ बुद्धि का कौनसा प्रकार कार्य करेगा – अमूर्त
  • बुद्धि के कौन से प्रकार को मृदुल बुद्धि कहा जाता है – शाब्दिक
  • सूक्ष्‍म समस्‍याओं को चिंतन-मनन द्वारा हल करने का कार्य किस बुद्धि का है – अमूर्त बुद्धि
  • मूर्त बुद्धि को इस नाम से भी जानते हैं – गत्‍यात्‍मक एवं यांत्रिक बुद्धि
  • व्‍यक्ति के निण्‍र्ज्ञय लेने, तर्क करने तथा उपयोगी-अनुपयोगी का चयन करने की योग्‍यता है – बुद्धि
  • निम्‍न में से बुद्धि की विशेषता नहीं है – लिंग के आधार पर बुद्धि में भेद होता है।
  • 12 वर्षीय विद्यार्थी सोहन की बुद्धि लब्धि 75 है। उसकी मानसिक आयु वर्षों में क्‍या होगी – 9 वर्ष
  • टरमन के अनुसार अत्‍युत्‍कृष्‍ट रखते है – 120-125 बुद्धिलब्धि
  • बुद्धि का द्विकारक सिद्धान्‍त किसके द्वारा दिया गया – स्‍पीयरमैन
  • निम्‍नलिखित में से कौन-सा गिलफर्ड के त्रिविमीय बुद्धि सिद्धान्‍त के ‘विषय-वस्‍तु आयाम’ का घटक नहीं है – प्रणाली
  • मानसिक आयु की अवधारणा को विकसित किया था – बिने
  • निम्‍न में से कौन सा संवेगात्‍मक बुद्धि का तत्‍व नहीं है – उद्यमी सामर्थ्‍यता
  • बुद्धि-‍लब्धि सम्‍प्रत्‍यय विकसित किया – टर्मन ने
  • सामान्‍य तथा विशिष्‍ट कारक सिद्धान्‍त का प्रतिपादन किया था – स्‍पीयरमैन ने
  • जिन बालकों की बुद्धि-लब्धि ……….. है, साधारणत: उन्‍हें मानसिक न्‍यूनता ग्रसित की श्रेणी में रखते हैं – 70 से कम
  • व्‍यवहारिक बुद्धि को कहा जाता है – मूर्त बुद्धि
  • बुद्धि के त्रिआयामी सिद्धान्‍त के अनुसार बुद्धि के कारक की संख्‍या है – 120
  • निम्‍न में से गिलफोर्ड ने कौन सा बुद्धि का सिद्धान्‍त प्रतिपादित किया है – बुद्धि संरचना सिद्धान्‍त
  • निम्‍न में से बुद्धि का बहुखंड सिद्धान्‍त प्रतिपादित किया – थार्नडाइक
  • थार्नडाइक का बुद्धि सम्‍बन्‍धी सिद्धान्‍त है – बहुतत्‍व सिद्धान्‍त
  • बुद्धि के समूह-कारक (तत्‍व) सिद्धान्‍त के प्रणेता (प्रवर्तक)है – थर्स्‍टन
  • ‘पुरूष स्त्रियों की अपेक्षा ज्‍यादा बुद्धिमान होते हैं।’ यह कथन – लैंगिक पूर्वाग्रह को प्रदर्शित करता है।
  • एक बालक की आयु 12 वर्ष है। बिने का बुद्धि परीक्षण करने पर वह 15 वर्ष के सामान्‍य बालक के समान अंक प्राप्‍त कर सका, उसका सही बुद्धि लब्धि किस विकल्‍प में दी गई है – 125
  • एक बालक जिसकी बुद्धिलब्धि 105 है उसे वर्गीकृत किया जाएगा – सामान्‍य बुद्धि
  • अशाब्दिक बुद्धि परीक्षणोंका प्रयोग किया जा सकता है – अशिक्षित के लिए
  • आप देखते हैं कि एक छात्र बुद्धिमान है, आप – वह जैसे अधिक प्रगति कर सके उस तरह उसे अनुप्रेरित करेंगे।
  • सामान्‍य बालक का बुद्धिलब्धि स्‍तर क्‍या होता है – 91-110
  • बुद्धि लब्धि मापन के जन्‍मदाता है – टरमन
  • जड़ बुद्धि वाले बालक की बुद्धि लब्धि कितनी होती है – 70 से कम
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा कथन सत्‍य है – बुद्धि का लिंग के साथ सम्‍बन्‍ध नहीं है।
  • एक 11 वर्षीय बालक, जिसकी मानसिक आयु 10 वर्ष है, किस श्रेणी में आएगा – औसत बुद्धि
  • एक 16 वर्षीय किशोर की मानसिक आयु 15 वर्ष है, वह किस श्रेणी में आएगा – औसत
  • विभिन्‍न वैज्ञानिकों ने बच्‍चों की बुद्धि लब्धि के आधार पर उनको भिन्‍न भिन्‍न श्रेणी/संवर्ग की संज्ञा दी है/ नीचे इन श्रेणियों/संवर्गों के चार अनुक्रम (समूह) दिए गए हैं। इनमें ठीक व सही अनुक्रम समूह का चयन कीजिए – जड़ बुद्धि, मंद बुद्धि, श्रेष्‍ठ उच्‍च बुद्धि, प्रतिभाशाली
  • अधिकांश व्‍यक्तियों की बुद्धि औसत होती है, बहुत कम लोग प्रतिभा सम्‍पन्‍न होते हैं और बहुत कम व्‍यक्ति मंद बुद्धि के होते हैं, यह कथन ………….. के प्रतिस्‍थापित सिद्धान्‍तों पर आधारित हैं – बुद्धि के वितरण
  • ई. क्‍यू. एवं आई. क्‍यू. उदाहरण हैं – मानक प्रदत्‍त
  • निम्‍न में से कौन-सा कथन बुद्धि के बारे में सत्‍य नहीं है – यह स्‍थाई एवं अपरिवर्तनशीलता की विशेषता है।
  • एक 12 वर्षीय बालक की मानसिक आयु 10 वर्ष है, वह किस श्रेणी में आएगा – मंद बुद्धि
  • निम्‍न में से कौन बुद्धि परीक्षणों के दुरुपयोग का संकेत देता है – बुद्धि-लब्धि का लेवल बालकों पर लगाकर अध्‍यापक अपनी अकुशलता को छिपाते हैं
  • 0 से 25 बुद्धि लब्धि को कहते हैं – जड़ बालक
  • गिलफोर्ड के बुद्धि सम्‍बन्‍धी मॉडल में निम्‍न में से कौन सा आयाम नहीं है – विशिष्‍ट तत्‍व
  • बुद्धि के बहुकारक सिद्धान्‍त के प्रतिपादक हैं – थार्नडाइक
  • पिछड़े बालकों की बुद्धि लब्धि होती है – 80 से 90 के बीच
  • जड़ बालकों की बुद्धि लब्धि होती है – 25 से कम
  • गिलफोर्ड के बुद्धि सम्‍बन्‍धी सिद्धान्‍त हैं – त्रिआयामी सिद्धान्‍त
  • अवधारणाओं का विकास मुख्‍य रूप से सम्‍बन्धित है – बौद्धिक विकास से
  • मानसिक रूप से विकलांग से निम्‍नलिखित में से कौन सम्‍बन्धित नहीं है – असामाजिक कार्य
  • बुद्धि के द्वि-कारक सिद्धान्‍त का प्रतिपादन किसने किया – स्पियरमैन
  • बुद्धिमता का सम्‍बन्‍ध किससे है – केन्‍द्रीय चिन्‍तन से, बहुआयामी चिंतन से, सृजनात्‍मकता से
  • विशिष्‍ट बालक का सम्‍बन्‍ध होता है – बुद्धि से
  • निम्‍न में से किसका निश्‍चय केवल आनुवंशिकता के आधार पर होता है – बुद्धि
  • भावात्‍मक बुद्धि का पारिभाषिक शब्‍द (Term) देने वाले विद्वान है – डेनियल गोनमेन
  • भावात्‍मक बुद्धि का प्रमुख प्रसंग है – अपने स्‍वयं की भावनाओं को जानना, अपने भावों को व्‍यवस्थित करना, दूसरे की भावनाओं को पहचानना
  • एक शिक्षार्थी की बुद्धि लब्धि का ज्ञान एक शिक्षक के लिए उपयोगी है, क्‍योंकि – शिक्षण कार्य को सफल एवं प्रभावी बनाने में
  • शारीरिक-गतिक बुद्धि रखने वाले बच्‍चे की अंतिम अवस्‍था निम्‍नलिखित में से कौनसी हो सकती है – शल्‍य चिकित्‍सक
  • बहुविध बुद्धि सिद्धांत के अनुसार सभी प्रकार के पशुओं, खनिजों और पेड़-पौधों को पहचानने और वर्गीकृत करने की योग्‍यता …….. कहलाती है – प्राकृतिक बुद्धि
  • गिलफोर्ड के बुद्धि सम्‍बन्‍धी मॉडल में कुल कोष्‍ठ (खाने) हैं – 120
  • ……………… के अतिरिक्‍त बुद्धि के निम्‍नलिखित पक्षों को स्‍टर्नबर्ग के त्रितंत्र सिद्धान्‍त में संबोधित किया गया है – सामाजिक
  • हावर्ड गार्डनर का बुद्धि का सिद्धान्‍त ………. पर बल देता है – प्रत्‍येक व्‍यक्ति की विलक्षण योग्‍यताओं
  • किसी 10 वर्षीय बालक की मानसिक आयु 14 वर्ष है, वह कहलाएगा – प्रतिभाशाली
  • जो बुद्धि सिद्धान्‍त बुद्धि में सम्मिलित मानसिक प्रक्रियाओं (जैसे परा-घटक) और बुद्धि द्वारा लिए जा सकने वाले विविध रूपों (जैसे सृजनात्‍मक बुद्धि) को शामिल करता है, वह है – स्‍टर्नबग का बुद्धिमता का त्रितंत्र सिद्धान्‍त
  • बुद्धि वह तत्‍व है, जो सब मानसिक योग्‍यताओं में सामान्‍य रूप से सम्मिलित रहता है। परिभाषा इस शताब्‍दी की सबसे महत्‍वपूर्ण मनोवैज्ञानिक खेज का प्रतिष्‍ठापन करती है। यह कथन किसका है – रेक्‍स व नाइट
  • अन्‍तवैयक्तित्‍क बुद्धि से तात्‍पर्य है – विभिन्‍न व्‍यक्तियों को समझने का कौशल
  • बुद्धिलब्धि के संबंध में क्‍या सत्‍य है – कालानुक्रमिक आयु से व्‍युत्‍क्रमी संबंधित
  • बुद्धिका तरल मोज़ेक मॉडल किसने दिया था – कैटेल
  • चेस तथा कार्ड के निम्‍न में से किस में वर्गीकृत किया जा सकता है – बौद्धिक खेल
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा क्रिया निष्‍पादन प्रकार के बुद्धि परीक्षण का उदाहरण नहीं है – सरल गणित समस्‍याएँ हल करना।
  • एक बालक जिसकी बुद्धिलब्धि 125 है, किस वर्ग में आएगा – उच्‍च प्रखर
  • एक व्‍यक्ति जो विभिन्‍न संवेगों की पहचान तथा महसूस करने और संवेगों पर नियंत्रण की उच्‍च योग्‍यता रखता है, उच्‍च होगा – EQ पर
  • एक बालक जिसकी दृश्‍य संसार का शुद्धता से प्रत्‍यक्षीतकरने की क्षमता अधिक है वह उच्‍च होगा – स्‍थानिक बुद्धि पर
  • बुद्धि के क्रियात्‍मक परीक्षण उपयोगी है – बालकों के लिए, गूँगे और बहरों के लिए, निरक्षरों के लिए
  • एक दस वर्ष का बालक जो उन पदों पर सफल रहा हैं जिन पर अधिकांश 6 वर्षीय बालक सफल होते हैं, की मानसिक आयु मानी जायेगी – 6
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा बुद्धि का सिद्धान्‍त संज्ञानात्‍मक प्रक्रिया पर आधारित है – गिल्‍फर्ड त्रिआयामी सिद्धान्‍त
  • बुद्धि के सूचना प्रक्रम (प्रोसेसिंग) उपागम का वर्णन किसने किया – स्‍टर्नबर्ग
  • स्‍पीयरमेन के अनुसार, सभी संज्ञानात्‍मक कार्यों में शामिल मानसिक ऊर्जा या क्षमता को क्‍या नाम दिया – जी-कारक
  • गार्डनर के अनुसार अन्‍य व्‍यक्तियों की मनोदशा, स्‍वभावों, अभिप्रेरणाओं और इच्‍छाओं को समझकर उसमें विभेदन करने की योग्‍यता कहलाती है – अंर्तवैयक्तिक बुद्धि
  • बुद्धि का कौन सा प्रकार गार्डनर द्वारा नहीं सुझाया गया – सांस्‍कृतिक
  • अमूर्त बुद्धि किसी व्‍यक्ति की मदद करती है – समस्‍याएँ सुलझाने में
  • एक सफल इन्टिरीयर डिजाइनर में किस तरह की बुद्धि की प्रबलशीलता होती है – अमूर्त बुद्धि की
  • बुद्धि का त्रिआयामी मॉडल का प्रतिपादन किसने किया है – गिलफोर्ड
  • गार्डनर ने बुद्धि के कितने प्रकार बताये है – 9
  • पास एलांग टेस्‍ट का विकास किसने किया है – डब्‍ल्‍यू. पी. एलैक्‍जेण्‍डर
  • ‘बुद्धि की गुणवत्‍ता स्‍नायु तंतुओं की मात्रा पर निर्भर रहती है।’ बुद्धि के मात्रा सिद्धान्‍त से संबंधित यह कथ किसका है – थॉर्नडाइक
  • बच्‍चों हेतु वेश्‍लर बुद्धिमापनी के किस परीक्षण में संख्‍याओं को बढ़ते क्रम में प्रस्‍तुत कर बालक को भी उसी क्रम में या उल्‍टे क्रम में संख्‍याओं को दोहराने हेतु कहा जाता है – अंक विस्‍तार
  • गिलफोर्ड के अनुसार निम्‍न में से बुद्धि का आयाम नहीं है – संज्ञान
  • बुद्धि का वैज्ञानिक मापन सर्वप्रथम किसने प्रारम्‍भ किया – बिने
  • गार्डनर के बहु-बुद्धि के सिद्धान्‍त के अनुसार, वह कारक जो व्‍यक्ति के ‘आत्‍म–बोध’ हेतु सर्वाधिक योगदान देगा, वह हो सकता है – अंत:वैयक्तिक
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा सामूहिक अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण है – आर्मी बीटा टैस्‍ट
  • हम सभी अपनी बुद्धि, प्रेरणा, अभिरूचि आदि के संदर्भ भिन्‍न होते हैं। यह सिद्धान्‍त संबंधित है – वैयक्तिक भिन्‍नता से
  • इनमें से कौन सा त्रितंत्रीय सिद्धान्‍त में व्‍यावहारिक बुद्धि का अभिप्राय नहीं है – केवल अपने विषय में व्‍यावहारिक रूप से विचार करना।
  • निरर्थक शब्‍द निर्माण सर्वप्रथम किसने किया – एबिंगहास
  • बुद्धिका/के स्‍त्रोत है – आनुवांशिक, अधिगम का परिणाम, स्‍व तथा वातावरण की अंर्तक्रिया
  • स्‍वीयरमैन के अनुसार बुद्धि का बढ़ना किस आयु में आकर रूक जाता है – 16 वर्ष
  • बुद्धि के अंतर्गत सामान्‍य योग्‍यता का कारक कौन से मनोवैज्ञानिक ने बताया – स्‍वीयरमैन
  • सामान्‍य व्‍यक्ति की बुद्धि लब्धि है – 100
  • गोलमेन संबंधित है – सांवेगिक बुद्धि से
  • ‘बहु-बुद्धि सिद्धान्‍त’ को वैध नहीं माना जा सकता, क्‍योंकि – विभिन्‍न परीक्षणों के अभाव में भिन्‍न बुद्धियों (different intelligences) का मापन सम्‍भव नहीं है।
  • एक बालक की मानसिक आयु 14 व वास्‍तविक आयु 11 वर्ष है, तो उसकी बुद्धिलब्धि क्‍या होगी – 127
  • कक्षा-6 के बच्‍चे का औसत आई क्‍यू होगा – 100
  • बुद्धि का त्रिआयामी सिद्धान्‍त है – गिलफोर्ड का
  • बुद्धि-स्‍तर के मापकको सही रूप में निर्माण किया है – टरमन
  • बुद्धि के विषयमें आधुनिक अवधारणा है – नवीन परिस्थितियों के प्रति समायोजन का गुण
  • बैटरी निष्‍पादन परीक्षण रचे गए हैं – भाटिया
  • बहुवादी बुद्धि ज्ञान को अनेक पद्धतियों से प्रदान कर एक से अधिक कौशलों को प्रकट करती है। यह विचार है – गार्डनर
  • आप प्रारम्भिक कक्षा के विद्यार्थियों के बुद्धि परीक्षण के लिए क्‍या उपयुक्‍त समझते हैं – क्रियात्‍मक बुद्धि परीक्षण
  • एक अध्‍यापक के लिए बुद्धि परीक्षण की क्‍या उपयोगिता है – अध्‍यापन एवं विषय परीक्षण में इसे आधार बनाया जा सकता है।
  • बुद्धि के सम्‍बन्‍ध में निम्‍न में से कौन सा कथन सही नहीं है –बुद्धि की लम्‍बवत् बुद्धि जीवन पर्यन्‍त होती है।
  • कल्‍पना का शिक्षा में क्‍या स्‍थान है – सृजनात्‍मकता में सहायक
  • विभिन्‍न श्रेणी के मंदित बालकों को दर्शायी गई सही औसत बुद्धि का चयन कीजिए – पिछड़ा बालक – 80 से 99
  • ‘संवेगात्‍मक बुद्धि : बुद्धिलब्धि से अधिक महत्‍तवपूर्ण क्‍यों’, पुस्‍तक के लेखक है – डेनियल गोलमेन
  • एक बालक जिसकी मानसिक आयु 12 वर्ष तथा कालानुक्रमिक आयु 10 वर्ष है, उसकी बुद्धिलब्धि होगी -120
  • निम्‍न में से किन मनोवैज्ञानिकों ने संवेगात्‍मक बुद्धि पर काम किया – हावर्ड गार्डनर, डेनियल गोलमेन, जॉन डी मेयर व पीटर सालवे
  • ‘बुद्धि इन चार शब्‍दों में निहित है – ज्ञान, आविष्‍कार, निर्देश, आलोचना।’ यह कथन किस मनोवैज्ञानिक का है – अलफ्रेड बिने
  • संवेगात्‍मक बुद्धि को लोकप्रिय बनाने का श्रेय किसको जाता है – डेनियल गोलमैन
  • किसी समुदाय में आसानी से संबंध बनाने व समायोजित होने की क्षमता कहलाती है – सांवेगिक बुद्धि
  • परिवार बच्‍चे को निम्‍न प्रकार से शिक्षा देता है – अनौपचारिक रूप से
  • गिलफोर्ड द्वारा प्रतिपादित बौद्धिकता रचना मॉडल में कितने तत्‍वों को सम्मिलित किया गया है – 120
  • अतीन्द्रिय बालक होते हैं – भावात्‍मक
  • एक विद्यार्थी एक प्रकरण में मुख्‍य बिन्‍दुओं को रेखांकित करती है, उसका एक दृश्‍यात्‍मक प्रस्‍तुतीकरण बनाती है तथा प्रकरण की समाप्ति पर अपने दिमाग में उत्‍पन्‍न होने वाले प्रश्‍नों को प्रस्‍तुत करती है, वह – विचारों के संघटन के द्वारा अपने चिन्‍तन को निर्देशित करने की कोशिश कर रही है।
  • एक अध्‍यापिका समाज के ‘वंचित वर्गों’ से आए बच्‍चों की आवश्‍यकताओं के प्रति प्रभावशाली तरीके से प्रतिक्रिया निम्‍नलिखित द्वारा कर सकती है – विद्यालयी व्‍यवस्‍था तथा स्‍वयं के उन तौर-तरीकों के बारे में विचार करना जिनसे पक्षपात एवं रूढि़बद्धताएँ झलकती हैं।
  • सामाजिक नियमों या कानून के विरुद्ध व्‍यवहार करने वाला बालक कहलाता है – बाल-अपराधी
  • विशिष्‍ट बालकों के प्रकार कौन से हैं – प्रतिभाशाली बालक, पिछड़े बालक, मन्‍द बुद्धि बालक, समस्‍यात्‍मक बाल
  • प्रतिभाशाली बालक की विशेषताएँ है – मानसिक प्रक्रिया की तीव्रता, दैनिक कार्यों में विभिन्‍नता, पाठ्य विषयों में अत्‍यधिक रूचि
  • मंद बुद्धि बालक की विशेषताएँ है – सीखने की धीमी गति, जीवन में निराशा का अनुभव, समाज विरोधी कार्यों की प्रवृत्ति
  • विशिष्‍ट बालक का अर्थ है – सामान्‍य बालकों की अपेक्षाकम या अधिक गुण वाला
  • प्रतिभाशाली बालकों का समायोजन – श्रेष्‍ठ
  • निम्‍न में से समस्‍यात्‍मक बालक नहीं है – सामान्‍य
  • सामान्‍य प्रतिभाशाली व विशिष्‍ट प्रतिभाशाली बालक में किस आधार पर अंतर किया जा सकता है – विशिष्‍ट योग्‍यता
  • हस्‍तशिल्‍प की शिक्षा दी जानी चाहिए – मंदबुद्धि बालकों को
  • ”बाल अपराध की परिभाषा किसी कानून के उस उल्‍लंघन के रूप में की जाती है, जो किसी वयस्‍क द्वारा किए जाने पर अपराध होता है।” कथन है – स्किनर
  • कौन सा बाल अपराध है – यौन अपराध, चुनौती देने की प्रवृत्ति, धूम्रपान
  • बालापराध के उपचार की विधि नहीं है – कारावास
  • विकलांग बच्‍चों की सबसे महत्‍वपूर्ण समस्‍या है – समायोजन की
  • ”किशोरावस्‍था अपराध प्रवृत्ति के विकास का नाजुक समय है” कथन है – वेलेण्‍टाइन
  • ”बाल अपराध विज्ञान का जनक” किसे माना जाता है –सीजर लाम्‍ब्रोसो
  • मंद बुद्धि (DULL) बालक की बुद्धिलब्धि होती है – 50 से 70/75 तक
  • बालापचार का कौन सा कारण नहीं है – समायोजन
  • प्रतिभाशाली बालकों को पढ़ाने की सर्वश्रेष्‍ठ विधि है – अनुसंधान / ह्यूरेस्टि / अन्‍वेषण विधि
  • ‘एक बालक प्रतिदिन कक्षा से भाग जाता है।’ वह बालक है – समस्‍यात्‍मक बालक
  • ”मापन किया जाने वाला व्‍यक्तित्‍व का प्रत्‍येक पहलू वैयक्तिक भिन्‍नता का अंश है।” उपर्युक्‍त परिभाषा दी है – स्किनर ने
  • जालोटा ने परीक्षण दिया है – सामूहिक बुद्धि परीक्षण
  • मौलिकता का गुण पाया जाता है – सृजनशील बालकों में
  • स्‍कूल से भागने वाले बालक के अध्‍ययन की सर्वाधिक उपयोगी विधि है – केस स्‍टडी
  • ऐसे बालक जिनका प्रमुख कार्य शिक्षक तथा छात्रों को परेशान करना है, वे है – समस्‍यात्‍मक
  • वाक् दोष ग्रसित बालक जिसमें तुतलाना, हकलाना, अशुद्ध उच्‍चारण आदि होते हैं, को दूर कर सकते हैं – अच्‍छे अभ्‍यास द्वारा
  • डिस्‍लेक्सिया संबंधित है – पठन विकार से
  • बाल अपराध का कारण नहीं है – उचित घरेलू वातावरण
  • प्रगतिशील परिवारों में बच्‍चों में अपेक्षाकृत कौन सा प्रेरक अधिक प्रबल होता है – उपलब्धि
  • निम्‍न में से कौन सा पिछड़ेपन का कारण नहीं है – स्‍वस्‍थ वातावरण
  • ………. बच्‍चों में अमूर्तमान प्रत्‍ययों को ग्रहण करने की योग्‍यता होती है – प्रतिभाशाली
  • निम्‍न में से कौन सी सामाजिकरूप से वंचितकी समस्‍या नहीं है – रहने के लिए स्‍वस्‍थ परिवेश
  • टोरेन्‍स के सृजनात्‍मकता परीक्षण द्वारा किस तत्‍व का मापन नहीं होता है – तार्किकता
  • सृजनात्‍मकता मुख्‍य रूप से संबंधित होती है – अपसारी चिन्‍तन
  • निम्‍न में से कौन-सी डिस्‍लेक्सिया (Dyslexia) की विशेषता नहीं है – सीधे या उल्‍टे हाथ के प्रयोग के संबंध में निश्‍चय
  • हस्‍तशिल्‍प की शिक्षा दी जानी चाहिए – मन्‍दबुद्धि बालक को
  • छात्रों में चोरी करने की आदत को कैसे दूर किया जा सकता है – उदाहरण देकर
  • प्रतिभावान बालकों की पहचान करने के लिए हमें सबसे अधिक महत्‍व – वस्‍तुनिष्‍ठ परीक्षणों के परिणाम को देना चाहिए।
  • इनमें से कौन सा कृत्‍य बाल-अपराध नहीं है – कक्षा में नींद निकालना।
  • एक बालक जो गणित के अतिरिक्‍त अन्‍य विषयों में सामान्‍य है, जबकि गणित में बहुत निम्‍न उप‍लब्धि रखता है, ऐसे बालक को निम्‍न में से किस श्रेणी में रखा जा सकता है – पिछड़े बालक
  • प्रतिभाशाली बालकों की पहचान निष्‍पादन परीक्षणों द्वारा कठिन मानी जाती है, इसका उपर्युक्‍त कारण किस विकल्‍प में दिया गया है – बुद्धि लब्धि और निष्‍पादन में कोई सम्‍बन्‍ध नहीं।
  • अध्‍यापक द्वारा निरीक्षण के माध्‍यम से प्रतिभाशाली बालक की पहचान निम्‍न में से किस कारण से कठिन है – निरीक्षण द्वारा भावनात्‍मक समस्‍या से ग्रस्‍त प्रतिभाशाली की पहचान अध्‍यापकों द्वारा नहीं हो सकती।
  • बाल-अपराधियों की आयु होती है – 18 वर्ष से कम
  • मानसिक रूप से पिछड़े बालको के लिए निम्‍न में से कौन सी व्‍यूह रचना कार्य करेगी – कार्यों को मूर्त रूप में समझना।

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